nadi gaddhe me samayi
नदी गड्ढे में समायी
क्या है सिंक होल ।
क्या नदी पाताल में जा सकती है।
जर्मनी में भारी वर्षा ।
समाचार पत्र मिरर के अनुसार - ''जर्मनी में भारी बारिश ने पश्चिमी जर्मन गांव एरफस्टाद्ट-ब्लेसेम में एक खदान बांध के ढहने के बाद एक सिंकहोल का निर्माण हुआ है। जाहिर तौर पर, एरफ़्ट नदी इस सिंक होल में चली गई जो बढ़ते पानी के दबाव से निपटने में असमर्थ थी। सिंकहोल धीरे-धीरे बड़ा हो रहा है और वर्तमान में 300 मीटर में फैला हुआ है। पश्चिमी जर्मनी में भीषण बाढ़ के कारण 110 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, सिंक होल से पिछली रात में लगभग 50 लोगों को निकाला गया था, हालांकि शहर में मौतों की कुल संख्या की पुष्टि नहीं की जा सकी थी। वास्तव में, स्वतः स्फूर्त कटाव का मतलब है
सिंक होल कैसे बनता है।
कि कई घर और कारें इसमें आ गई हैं।'' प्रश्न उठता है कि क्या है यह सिंक होल कैसे बनता है।
;यह सिंक होल दोे कारणों से बन सकता है जिसमें नदी का जल समा सके।
1. जैसा की समाचारों में यह बताया जा रहा है कि वहॉ बजरी की एक खदान थी तो क्या यह बजरी
की खदान इतनी गहरी थी कि प्रवाहित भूमिगत जल तक पहॅुचती थी यदि हॉ तो धरातलीय नदी के
जल का प्रवाह भूमिगत जल के साथ हो गया जिससे धरातलीय जल सतत भूमिगत जल में मिलने
लगा और लोगों को यह लगा कि धरातलीय नदी सिंक होल में समा रही है।
2. यूगोस्लाविया, दक्षिणी चीन जैसे कुछ स्थानों में भूमि में चूने की मात्रा अधिक होती है जो कि
घुलन क्रिया द्वारा तेजी से अपरदित हो जाता है भूमिगत भाग में यह घटना सतत होने से भूमि के
नीचे अपरदन से उत्पन्न खोखली घाटियों का निर्माण हो जाता है जो जिनमें भूमिगत जल एक
स्थान से दूसरे स्थान पर धरातलीय नदियों की तरह प्रवाहित होता है। ऐसी ही किसी भूमिगत नदी
पर स्थलीय नदी किसी छिद्र या सिंक होल से जुड जाये तो धरातलीय नदी का जल उस सिंक होल
से भूमि में समा जाता है भूमिगत जल में मिलता रहता है।
धरातलीय भागों में तेज बहाव से यह छिद्र धीरे धीरे बडा होता जाता है और ज्यादा जल और
अपरदित सामग्री जैसे मिटटी पत्थर आदि इसमें समाते जाती हैं।
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1 comments:
Yah kaise sambhv hai
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