Atmosphere
1.
What is atmosphere? Describe the layers of the
atmosphere.
वायुमण्डल क्या है ? इसकी परतों का वर्णन कीजिये।
पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण बल के कारण इसके
चारो ओर व्याप्त गैसीय आवरण को वायुमण्डल
कहते हैं।
इसमें नाइट्रोजन, आक्सीजन, आर्गन, कार्बनडाईआक्साइड, जलवाष्प आदि गैसे हैं, द्रव - जलबूंदे व ठोस धूलकण, धूम्रकण, हिमकण आदि हैं।
धरातल से उॅपर जाने पर वायुमण्डल में तापमान और अन्य लक्षणों संबंधी विशेषताये पायी जाती है।
इस आधार पर वायुमण्डल को परतों में
विभाजित किया गया है।
अ. क्षोभमण्डल (Troposphere)
– वायुमण्डल की सबसे निचली परत जिसकी औसत उॅचाई 12 किमी है। विषुवत रेखा पर यह 16 किमी और ध्रुवों पर यह 6 किमी उॅची है।
ck बादल, वर्षा, झंझावत, तूफान आदि मौसम सम्बन्धी लक्षणों के कारण इसे क्षोभ मण्डल कहा गया।
इस मण्डल में उॅचाई के साथ तापमान में परिवर्तन आता है इस कारण इसे परिवर्तन मण्डल भी कहा गया।
b इसमें धरातल से उॅचाई की ओर जाने पर तापमान
में 6.5 डिग्री सेल्सियस की दर से तापमान में कमी आती है। क्षोभ मण्डल की उॅपरी
सीमा पर -80 डिग्री सेल्सियस तापमान पाया जाता है।
आ. समताप मण्डल (stratosphere)
– समताप मण्डल क्षोभमण्डल से 1.5 किमी की चौडी सीमा द्वारा अलग होती है जिसे ट्रोपोपास कहा जाता है।
इस सीमा से उपर लगभग 50 किमी की उॅचाई तक समताप मण्डल पाया जाता है। यहॉ तापमान लगभग स्थिर रहता है।
यह तापमान उॅपर की ओर धीरे धीरे बढता है। लगभग 50 किमी की उॅचाई तक यह तापमान बढकर 0 अंश सेल्सियस तापमान हो जाता है।
समताप मण्डल में मौसम संबंधी घटनाओं का अभाव पाया जाता है।
ओजोन मण्डल - इसमें ओजोन गैस (O3) पायी जाती है। यह पराबैगनी किरणों की उपस्थिति में आक्सीजन अणु के साथ एक आक्सीजन परमाणु के संयोग से बनती है। इस प्रक्रिया में पराबैगनी किरणों का अवशोषण हो जाता है।
पराबैगनी किरणे धरातल
पर जीवन के लिए हानिकारक है इससे त्वचा का कैंसर हो जाता है दूसरी ओर तापमान में
वृद्धि होती है।
इ. मध्य मण्डल (Mesosphere)
– समताप मण्डल और मध्य मण्डल को अलग करने वाली सीमा को स्ट्रैटोपास या समताप सीमा कहते हैं।
इ इस सीमा से उॅपर 50 से 80 किमी की उॅचाई पर मध्य मण्डल होता है। इसमें उॅचाई की ओर जाने पर तापमान में कमी होती है।
इ इस मण्डल की उॅपरी सीमा का तापमान -80 डिग्री सेल्सियस होता है।
ई. तापमण्डल (Thermosphere)
– तापमण्डल मध्य मण्डल से क्षोभ सीमा द्वारा अलग होता है।
क्षोभ सीमा के उॅपर अनिश्चित उॅचाई वाले मण्डल को तापमण्डल कहते हैं।
इसमें तापमान में पुन: वृद्धि होती जाती है।
उॅचाई के अनुसार वायु अधिक विरल होती जाती है।
आयन मण्डल - तापमण्डल में 80 से 640 किमी की उॅचाई पर आयन मण्डल होता है। इस मण्डल में गैसे आयन रूप में होती हैं।
ब्रम्हाण्ड किरणे (कास्मिक किरणे) इसी मण्डल में पायी जाती है। ये
ब्रम्हाण्ड किरणे, विघुत चुम्बकीय किरणों और
वायुमण्डल की अन्योन्य क्रियाओं का परिणाम होती हैं।
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